न्यास के संरक्षक श्री चन्द्रभान “साधक” की अध्यक्षता में संपन्न हुए कार्यक्रम के द्वितीय सत्र का शुभारम्भ न्यास के समर्पित भजनोपदेशक श्री नरेन्द्र आर्य जी के भजन से हुआ । भजन के बोल थे – प्राण प्रदाता संकट त्राता हे सुख दाता ओम् ओम् तथा उनके द्वारा गाए गए द्वितीय भजन के बोल थे- हम तेरे उपासक मांग रहे भगवान् हमें सद्बुद्धि दो इस अवसर पर न्यास की प्रमुख भजनोपदेशिका श्रीमती कविता सहगल ने ईश्वर प्रार्थना से ओतप्रोत अगला भजन प्रस्तुत किया । भजन के बोल थे – श्रेष्ठ धन देना हे दाता! श्रेष्ठ धन देना….। इसी क्रम में आचार्य विश्वव्रत शास्त्री ने इन्द्र पद की वैदिक व्याख्या करते हुए ईश्वर महिमा का वर्णन प्रस्तुत किया। सभा में उपस्थित प्रसिद्ध वैदिक संन्यासी स्वामी वीरेन्द्र सरस्वती ने ईश्वरीय कृपा प्राप्त करने के लिए प्रातः सायं दोनों समय सन्ध्योपासना के महत्व का वर्णन किया। संगठन के सचिव श्री सन्तोष त्रिपाठी तथा कोषाध्यक्ष डॉ संजय प्रसाद गुप्त ने स्वामी वीरेन्द्र सरस्वती,श्री चन्द्रभान “साधक” श्री मनमोहन तलवाड़ आदि अतिथि जनों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। सभा का कुशल संचालन श्री नवीन कुमार सहगल ने किया। कार्यक्रम में ओम प्रकाश आर्य, निर्मला तिवारी, यशोदा शर्मा, प्रद्युम्न दीक्षित शीला देवी, अमिता, रोली, गरिमा ,रमन प्रकाश पाण्डेय, सुरेश शर्मा,विजयलक्ष्मी आर्या,नाटू पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।अध्यक्षीय उद्बोधन के पश्चात् शांति पाठ व प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
आज दिनांक 08/09/2024 रविवार को सत्य सनातन वेद प्रचार न्यास के साप्ताहिक देवयज्ञ एवं सत्संग कार्यक्रम का आयोजन पूर्व सूचनानुसार आचार्य विश्वव्रत शास्त्री के आवास पर ससमय सम्पन्न हुआ।
समय:- अपराह्न 03:00 बजे से 05:00 बजे तक
पता -प्लॉट नंबर 5 ,सीता विहार कॉलोनी ,जानकीपुरम्, लखनऊ