19/05/2024 रविवार को सत्य सनातन वेद प्रचार न्यास,लखनऊ का साप्ताहिक देवयज्ञ एवं सत्संग का कार्यक्रम श्री संजीव मिश्र जी के निवास(1/107, सेक्टर -1, जानकीपुरम् विस्तार ,लखनऊ) पर सायं 5:00 बजे से 7:00 बजे तक समारोह पूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ देवयज्ञ से हुआ।डॉ सत्यकाम आर्य के आचार्यत्व में मुख्य यजमान श्री संजीव मिश्र एवं श्रीमती सुनीता मिश्रा ने अपने सहयोगियों के साथ आहुतियां दीं।
देवयज्ञ के पश्चात् भजनोपदेश के रूप में दूसरे सत्र का शुभारंभ न्यास के समर्पित भजनीक श्री नरेंद्र आर्य के भजन से हुआ। भजन के बोल थे हम सब मिलकर दाता आये तेरे दरबार। यज्ञाचार्य डॉ सत्यकाम आर्य जी ने कुमारिलभट्ट के ऐतिहासिक वृत्तान्त का वर्णन करते हुए बौद्ध आदि नास्तिक मतों की समीक्षा की तथा वेद मन्त्र की मनमोहक और प्रभावी व्याख्या की । श्रीमती प्रियंका शास्त्री ने मानव जीवन की सार्थकता को समर्पित भजन प्रस्तुत किया।
भजन के बोल थे मानव जन्म है ईश्वर को जान ईश्वर की प्यारे कर ले पहचान आचार्य विश्वव्रत शास्त्री ने वेदमंत्र के द्वारा सूर्य और चंद्र का उदाहरण प्रस्तुत कर बताया कि सूर्य के समान हमें नियमबद्ध होकर परोपकार करते हुए सबके आकर्षण का केन्द्र और उदय व अस्त के समय अर्थात् सुख दुःख में ,मान अपमान में, हानि लाभ में, जय पराजय में समान स्थिति वाला बनना चाहिए। सभाध्यक्ष स्वामी वीरेंद्र सरस्वती ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए सभी से भारी संख्या में मतदान करने की अपील भी की। सभा का कुशलता पूर्वक संचालन जिला वेद प्रचार संगठन के अध्यक्ष श्री नवीन सहगल ने किया। कार्यक्रम के आयोजक संजीव मिश्र जी ने आभार प्रदर्शन किया, शान्तिपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ संजय प्रसाद गुप्त,अनीता पाण्डेय,सुरेश शर्मा, शिवशंकर वैश्य,संतोष त्रिपाठी ,हीरामणि त्रिपाठी , कविता सहगल आदि उपस्थित रहे।